मेरी मां को डायन बताकर पेड़ से बांध दिया। निर्वस्त्र कर गर्म भालों से दागा। मल-मूत्र खिलाया। बाल काट दिए। कोयले से मुंह काला कर दिया। चमड़े के जूते मुंह से उठवाए। गांववाले तमाशबीन बने रहे। मैं मां को छोड़ने के लिए उनके आगे गिड़गिड़ाता रहा।
ये दर्द है भाव का गुढा शाहरपुरा (बूंदी) के रहने वाले 25 वर्षीय युवक का। अब उसने अपनी मां को इंसाफ दिलाने के लिए पुलिस का दरवाजा खटखटाया है। पुलिस ने मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है
घटना कुछ इस प्रकार है
29 नवंबर को हिंडौली थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया है। पीड़ित महिला ने बताया कि हिंडौली के कासअली की झोपड़ी गांव में बापजी का स्थान है। वहां उसे डायन बताकर गर्म सलाखों से दागा गया। बाल काटकर और मुंह काला कर गांव में घुमाया। इसके बाद एक पेड़ से बांध दिया। यह सब बीमारी ठीक करने के बहाने किया गया।
घटना 24 नवंबर की है। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने कथित तांत्रिक और उसके सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। महिला ने बताया कि बाबूलाल रैगर, सोनू मीणा और गौरी देवी ने कथित देवता का भाव जागृत किया और अन्य लोगों ने उसे पकड़ लिया
इसके बाद डायन बताकर कई लोगों की मौजूदगी में शरीर को गर्म सलाखों से दागा गया। मुंह काला कर सिर के बाल काटकर पूरे गांव में घुमाया। बाद में उसे एक पेड़ से बांध दिया। एक दिन तक देव स्थान पर रखने के बाद भी पीड़िता की तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो उसे 25 नवंबर की रात को छोड़ दिया।
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