कानपुर में एक ऐसा वाकया सामने आया, जिसने पूरे इलाके को हिला दिया। मामूली झगड़े के बाद गुस्से में घर से निकली महिला ने गंगा में छलांग लगा दी। हालांकि तैरकर वह किनारे तक पहुंच गई, लेकिन वहां सामने दिखे मगरमच्छ ने उसकी सांसें रोक दीं। जान बचाने के लिए महिला पास के पेड़ पर चढ़ गई और पूरी रात वहीं बैठी रही।
झगड़े से शुरू हुई कहानी
अहिरवां निवासी सुरेश और उसकी पत्नी मालती के बीच आधी रात को चाय बनाने को लेकर विवाद हो गया। तकरार इतनी बढ़ी कि गुस्से में मालती घर छोड़कर निकल गई और सीधे जाजमऊ पुल से गंगा में कूद पड़ी।
तैरकर पहुंची किनारे, मगरमच्छ ने डरा दिया
पानी में कूदते ही मालती को अपनी गलती का अहसास हुआ। तैरना जानने की वजह से उसने किनारे तक पहुंचने की कोशिश की और किसी तरह सुरक्षित पहुंच भी गई। लेकिन तभी उसकी नजर नदी में तैर रहे एक मगरमच्छ पर पड़ी। खतरा भांपते ही उसने पास के पेड़ पर चढ़कर खुद को बचाया।
जिंदगी की सबसे लंबी रात
रात का अंधेरा, गंगा की तेज धारा और मगरमच्छ का डर… इन सबके बीच मालती पूरी रात पेड़ पर बैठी रही। हर पल उसे लग रहा था कि कहीं वह नीचे उतरी तो उसकी जान जा सकती है।
सुबह ग्रामीणों ने की मदद
सुबह जब कुछ लोग गंगा किनारे पहुंचे तो उन्होंने पेड़ पर बैठी महिला को देखा। आवाज सुनकर लोग मौके पर जुटे और तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने उतारा, पति-पत्नी को समझाया
जाजमऊ चौकी इंचार्ज विनय यादव टीम के साथ पहुंचे और महिला को सुरक्षित नीचे उतारा। बाद में पति सुरेश को बुलाया गया। पुलिस ने दोनों को समझाया और घर भेज दिया।
“ऊपरवाले ने दूसरी जिंदगी दी”
मालती ने पुलिस को बताया कि उस पल उसे लगा था कि उसकी जिंदगी खत्म हो जाएगी। मगर गंगा की लहरों और मगरमच्छ के बीच भी वह बच गई। उसने कहा, “ऊपरवाले ने मुझे दूसरी जिंदगी दी है।”
यह वाकया अब इलाके में चर्चा का बड़ा विषय बना हुआ है। लोग कह रहे हैं कि असल जिंदगी में ऐसी घटनाएं फिल्मी कहानी जैसी ही लगती हैं।
1 Comments
झगड़े अक्सर पति-पत्नी होते ही रहते इस तरह घर छोड़कर आत्महत्या करना इस जीवन में एक तरह का पाप ही है आत्महत्या करने से पहले ये सोचे समझे कि आपके बाद आपके परिवार क्या होगा और उनपर क्या बितेगी
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