सलूंबर जिले के एक थाना क्षेत्र में दलित महिला के साथ यौन शोषण और ज़बरन धर्म परिवर्तन का दबाव बनाए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने पीड़िता की रिपोर्ट पर निजी चिकित्सालय में कार्यरत दो चिकित्सकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
महिला ने बताया कि वह सलूंबर के एक निजी अस्पताल में कार्यरत थी, जहाँ के चिकित्सक डॉ. आमिर मेमन (निवासी शादीपुरा, बिहार हाल मुकाम सलूंबर) ने उसके साथ ज़बरन शारीरिक संबंध बनाए। महिला ने बताया कि आरोपी चिकित्सक ने उसके शरीर पर बने श्री महाकाल भगवान के टैटू का विरोध करते हुए उसे छुपाकर पहनने और इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया।
पीड़िता ने बताया कि जब उसने इस बात की जानकारी अस्पताल के अन्य चिकित्सक डॉ. नितिन शाह को दी, तो उन्होंने भी उसे धर्म परिवर्तन कर मुख्य आरोपी से निकाह करने की सलाह दी। विरोध करने पर दोनों आरोपियों ने उसे लगातार धमकाना शुरू कर दिया। महिला को जब अस्पताल प्रबंधन की ओर से मदद नहीं मिली तो उसने कानूनी मदद लेते हुए थाने में रिपोर्ट दी।
बताया गया कि डॉ. नितिन शाह ने मामले को दबाने के लिए षड्यंत्र रचते हुए मुख्य आरोपी डॉ. मेमन को शहर से भगा दिया। अब दोनों की ओर से कुछ रसूखदारों के माध्यम से महिला पर ले-देकर मामला खत्म करने का दबाव बनाया जा रहा है। महिला ने अपनी जान को खतरा बताते हुए पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है।
शिकायत मिलने पर थाना पुलिस ने डॉ. आमिर मेमन निवासी शादीपुरा, बिहार (हाल सलूंबर) तथा डॉ. नितिन शाह निवासी सलूंबर के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए वृत्ताधिकारी स्तर के अधिकारी को जांच सौंप दी है। वहीं हिंदू संगठनों ने आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करते हुए चेतावनी दी है कि ठोस कदम नहीं उठाए गए तो आंदोलन किया जाएगा।
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