प्रयागराज कुम्भ में मंगलवार को मौनी अमावस्या की रात एक से डेढ़ बजे के बीच संगम पर भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हुई थी। इसके करीब तीन घंटे बाद यहां से ढाई किमी दूर झुंसी इलाके के सेक्टर 21 में एक और भगदड़ मची, लेकिन प्रशासन इस घटना को लेकर खामोश है। न तो भगदड़ की बात स्वीकारी है, न हताहतों की कोई जानकारी दी है। जबकि, प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि यहां भी बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए हैं
दूसरी भगदड़ के प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि सेक्टर 21 के महावीर मार्ग पर बुधवार तड़के 3:30 बजे तक स्थिति सामान्य थी। अचानक पीपा पुल बंद कर दिए गए। झुंसी से संगम जाने और मेले से झुंसी लौटने वालों को रोक दिया गया। इससे 250 मीटर क्षेत्र में भारी भीड़ फंस कर रह गई। चारों दिशाओं से दबाव बढ़ा तो श्रद्धालु सोए लोगों पर पैर रखकर निकलने लगे। इससे भगदड़ मच गई। कुछ लोगों ने उल्टा किला चौराहा पर हल्दीराम भुजिया वाले की दुकान में तोड़फोड़ कर लूटपाट की। दुकान की एक युवती ने मीडिया को बताया, 'हमारी दुकान में लोग घुस आए। वे बदहवास थे। हमारे पास पानी खत्म हो गया था, लेकिन लोग लगातार पानी मांगे जा रहे थे। हम लोगों पर गंगा जल फेंक रहे थे। दुकान में ही कुछ लोगों की जान गई
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