डीएस 7 न्यूज चित्तौड़गढ़, DS7NEWS NETWORKइस साल मानसून के जल्दी आने की संभावना है, लेकिन चित्तौड़गढ़ जिले में अभी इसकी देरी हो रही है। हालांकि, बुधवार शाम हुई प्री-मानसून बारिश ने शहर को जलमग्न कर दिया। नालों की सफाई न होने के कारण मुख्य सड़कों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे शहरवासियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
प्रमुख मार्गों पर जलभराव, यातायात अस्त-व्यस्त
बुधवार शाम करीब 4 बजे आसमान में काले बादल छा गए और तेज हवाओं के साथ भारी बारिश शुरू हो गई। लगभग डेढ़ घंटे तक चली इस बारिश के कारण शहर के कई इलाकों में पानी भर गया। विशेष रूप से:
रेलवे स्टेशन और उदयपुर मार्ग पर जलभराव
अंडरब्रिज व निंबाहेड़ा मार्ग पर यातायात बाधित
प्रतापनगर क्षेत्र में सड़कों पर भरे पानी से पैदल यात्रियों और वाहन चालकों को परेशानी
स्थानीय निवासियों का कहना है कि मामूली बारिश में ही इन क्षेत्रों में जलभराव की समस्या हो जाती है, लेकिन प्रशासन की लापरवाही के कारण इसका स्थाई समाधान नहीं निकल पा रहा है।
अंधड़ ने मचाई तबाही, पेड़ और होर्डिंग गिरे
बारिश से पहले चले तेज अंधड़ ने भी काफी नुकसान पहुंचाया। शहर के कई हिस्सों में पेड़ गिरने, होर्डिंग उड़ने और टीन शेड ध्वस्त होने की घटनाएं सामने आईं। कुछ प्रमुख घटनाएं:
आरटीडीसी होटल (प्रतापनगर) में 3 पेड़ गिरे, डायनिंग हॉल के कांच टूटे
निंबाहेड़ा मार्ग स्थित एक कार शोरूम को नुकसान
-कई स्थानों पर टीन शेड और फ्लेक्स उड़े
मौसम का पलटा, गर्मी के बाद अचानक बारिश
चित्तौड़गढ़ जिले में मई के कुछ दिनों से बारिश हो रही थी, लेकिन नौतपा से पहले यह रुक गई थी। पिछले चार दिनों से भीषण गर्मी के बाद बुधवार को हुई बारिश ने लोगों को राहत दी, लेकिन जलभराव और अंधड़ से हुए नुकसान ने नई मुसीबतें खड़ी कर दीं।
अब स्थानीय प्रशासन से नालों की सफाई और जल निकासी की उचित व्यवस्था करने की मांग उठ रही है, ताकि आने वाले मानसून सीजन में ऐसी समस्याओं से बचा जा सके।
*संवाददाता: DS7NEWS NETWORK*
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