चित्तौड़गढ़ बेगूं: चोसला पुलिया पर फिर हादसा, डंपर के बाद अब पिकअप पानी में गिरी

बेगूं: चोसला गांव में पुलिया पर पानी का बहाव, 15 साल से परेशानी बरकरार, ग्रामीणों में भूख हड़ताल की चेतावनी
डीएस सेवन न्यूज बेगूं (चित्तौड़गढ़): बेगूं क्षेत्र के चोसला गांव से पंचायत मोतीपुरा होकर सारण जाने वाले मार्ग पर स्थित पुलिया पर मूसलाधार बारिश के कारण पिछले 15 वर्षों से अधिक पानी का बहाव ग्रामीणों के लिए गंभीर समस्या बना हुआ है। इस रास्ते पर भारी जलप्रवाह के कारण स्थानीय लोगों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या की जानकारी कई बार स्थानीय प्रशासन, उपखंड अधिकारी, तहसीलदार और अन्य अधिकारियों को दी जा चुकी है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई

हादसों का सिलसिला, प्रशासन की चुप्पी
स्थानीय निवासी और भाजपा कार्यकर्ता दिनेश गुर्जर ने बताया कि इस पुलिया पर भारी जलप्रवाह के कारण पिछले कुछ वर्षों में कई बड़े हादसे हो चुके हैं। हाल ही में दो-तीन दिन पहले एक डंपर पानी में गिर गया था, जिसे क्रेन की मदद से निकाला गया। आज भी एक पिकअप गाड़ी पानी के बहाव में फंस गई। इसके अलावा, कई मवेशी पानी में बह चुके हैं। गर्भवती महिलाओं को अस्पताल जाने में भी भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि इस मार्ग से जावदा से गांधी सागर जाने वाला रास्ता भी प्रभावित होता है, जो एक पंचायत से होकर गुजरता है।
प्रशासन पर निष्क्रियता का आरोप
ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी (बेगूं), उप तहसीलदार जबरदान सिंह और तहसीलदार विवेक गरासिया को इस समस्या से अवगत कराया, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। सरपंच प्रतिनिधि मोतीपुरा रतन लाल गुर्जर, दिनेश गुर्जर, शंकर गुर्जर, कन्हैया गुर्जर, सरवन गुर्जर और मुकेश गुर्जर ने बताया कि बार-बार शिकायत के बावजूद प्रशासन और स्थानीय विधायक इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वे भूख हड़ताल करने को मजबूर होंगे।
मुख्य मार्ग पर संकट

यह मार्ग सारण, चोसला, बड़लियास और मांडलगढ़ को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण रास्ता है। ग्रामीणों ने बताया कि मीडिया में समाचार प्रकाशित होने के बावजूद न तो प्रशासन ने कोई कार्रवाई की और न ही कोई आश्वासन दिया गया। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस पुलिया का पुनर्निर्माण या सुधार किया जाए ताकि बारिश के मौसम में हादसों को रोका जा सके और आवागमन सुगम हो।

ग्रामीणों की मांग
चोसला और सारण के निवासियों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि प्रशासन की उदासीनता के कारण उनकी परेशानियां और बढ़ रही हैं, और अब वे और इंतजार नहीं करेंगे.

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