जैसलमेर: पूनमनगर के राबाउमा स्कूल में जर्जर गेट ढहने से मासूम की मौत, शिक्षक-छात्रा घायल

जैसलमेर: पूनमनगर के राबाउमा स्कूल में जर्जर गेट ढहने से मासूम की मौत, शिक्षक-छात्रा घायल
डीएस सेवन न्यूज जैसलमेर जिले के पूनमनगर गांव में सोमवार दोपहर एक दिल दहलाने वाला हादसा हुआ। स्थानीय राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय (राबाउमा स्कूल) के मुख्य प्रवेशद्वार का जर्जर हिस्सा अचानक ढह गया, जिसके मलबे में दबकर 7 वर्षीय छात्र अरबाज खान की मौके पर ही मौत हो गई। इस दुखद घटना में एक शिक्षक अशोक कुमार सोनी और एक 5 वर्षीय छात्रा प्रिया गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल शिक्षक को गंभीर हालत में जवाहिर अस्पताल रेफर किया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

जानकारी के अनुसार, हादसा उस समय हुआ जब स्कूल की छुट्टी के बाद बच्चे बाहर निकल रहे थे। अचानक तेज हवाओं के कारण स्कूल का मुख्य गेट और उससे जुड़ा पत्थर का पिलर भरभराकर गिर गया। मृतक छात्र अरबाज, जो पास के एक अन्य स्कूल में पढ़ता था, अपनी बहनों को लेने के लिए इस स्कूल के गेट पर पहुंचा था। तभी यह हादसा हुआ और वह मलबे में दब गया। घटना में घायल शिक्षक के सिर और पैरों में गंभीर चोटें आईं, जबकि छात्रा प्रिया को हल्की चोटों के बाद प्राथमिक उपचार दिया गया

हादसे के बाद गांव में गम और गुस्से का माहौल है। ग्रामीणों और परिजनों ने स्कूल प्रशासन और जिला प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए स्कूल के बाहर धरना शुरू कर दिया। उनका कहना है कि गेट की जर्जर हालत के बारे में कई बार शिकायत की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने बताया कि तीन साल पहले एक वाहन की टक्कर से गेट का पिलर कमजोर हो गया था, जिसकी मरम्मत के लिए बार-बार मांग की गई, लेकिन प्रशासन ने इसे नजरअंदाज किया
जिला कलेक्टर प्रताप सिंह ने घटना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने ग्राम विकास अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए और कहा कि इस हादसे के लिए जिम्मेदार सभी अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने यह भी आश्वासन दिया कि पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी, जिसमें आर्थिक मदद और अन्य आवश्यक सहयोग शामिल है

घटना की सूचना मिलते ही रामगढ़ थाना पुलिस, विधायक छोटू सिंह भाटी, तहसीलदार महावीर प्रसाद, और एसडीएम सक्षम गोयल मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों और परिजनों को समझाने की कोशिश की और दोषियों पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया। यह हादसा जैसलमेर विधायक छोटू सिंह भाटी के पैतृक गांव में हुआ, जिसने प्रशासनिक लापरवाही और स्कूलों की बदहाल स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि हाल ही में झालावाड़ में हुए स्कूल हादसे के बाद सरकार को सतर्क हो जाना चाहिए था। उन्होंने मांग की कि बारिश के मौसम को देखते हुए सभी स्कूलों की इमारतों और गेटों की जांच की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें

यह हादसा राजस्थान में सरकारी स्कूलों की जर्जर स्थिति और प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करता है। ग्रामीणों ने मांग की है कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाए और स्कूलों की सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।

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