जानकारी के अनुसार, नारायण दास लंबे समय से फर्जी दस्तावेज बनाने और फिरौती जैसे गंभीर अपराधों में वांछित था। राजस्थान पुलिस ने उस पर 10 हजार रुपये का इनाम रखा था। वह कुख्यात अपराधी दिलीप नाथ का करीबी सहयोगी भी बताया जाता है।
इस ऑपरेशन का नेतृत्व डिप्टी एसपी सूर्यवीर सिंह राठौड़ ने किया। उनकी टीम में हेड कांस्टेबल अर्जुन सिंह, प्रकाश और कांस्टेबल अजय पाल सिंह शामिल थे, जिन्होंने सटीक रणनीति के साथ अपराधी को घेरकर पकड़ा।
नारायण दास के खिलाफ सुखेर थाने में कई मामले दर्ज हैं, जिनमें ठगी, फिरौती और जालसाजी जैसे अपराध शामिल हैं। पुलिस अब उससे गहन पूछताछ कर रही है, जिससे उसके गिरोह और अन्य अपराधों के बारे में अहम जानकारी सामने आने की संभावना है।
यह गिरफ्तारी इस बात का सबूत है कि चाहे अपराधी कितना भी छिपने की कोशिश करे, कानून की मजबूत पकड़ से बचना असंभव है।
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